जेंनेवा :पिछले साल दुनिया भर के विभिन्न देशो मे सशस्त्र संघर्ष मे कम से कम 95 हजार लोग मारे गये तथा लाखो घायल हुये है। इसके बावजूद अस्पष्ट कानूनो के कारण युद्ध अपराधो के लिए बहुत कम लोगो को सजा मिली है।स्वीडन स्थित जेनेवा अकेडमी आफ इंटरनेशनल ह्यूमैनिटेरियन ला ने अपने एक नये विश्लेषण मे बताया है कि पिछले साल दुनिया भर के 24 देशो और क्षेत्रो मे 38 सशस्त्र संघर्ष हुये थे। इसमे सीरिया का गृहयुद्ध भी शामिल है। विश्लेषण से जुड़े विद्धानो ने बताया कि सशस्त्र संघर्ष की परिभाषा पर सहमति की कमी और भ्रांति के कारण बहुत कम मामलो मे न्याय हो पाया है। अकादमी के निदेशक एंड क्लेफम ने बताया.यह हमेशा स्पष्ट नहीं होता कि सशस्त्र संघर्ष क्या है और इसलिए यह भी स्पष्ट नहीं होता कि कब युद्ध अपराध के लिए मुकदमा चलाया जायेगा।. यह पहला मौका है जब युद्ध अपराध की तय परिभाषा के तहत वर्ष भर मे हुये सशस्त्र संघर्ष को परिभाषित करने का प्रयास किया गया है