“हमारे जानी दुश्मन का नाम है अज्ञान” : सावित्रीबाई फुले January 3, 2019January 3, 2019Admin1 0 By: Aatir Arshad मुम्बई (बॉम्बे) से 66 किलोमीटर दूर 3 जनवरी 1831 सोमवार के दिन महाराष्ट्र के नैगाओं के एक किसान परिवार मे जन्म होता […]
क्या होती है आचार संहिता January 13, 2017Admin1 0 चुनावों के दौरान मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट यानि आदर्श आचार संहिता का ज़िक्र सबसे ज्यादा होता है. मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट यानि आदर्श आचार संहिता […]
बरेली के नौजवान दे रहे समाज में एकता और मोहब्बत का पैगाम January 12, 2017January 12, 2017Admin1 0 देश की एक संस्था यूथ फॉर इंडिया समाज को मोहब्बत का पैगाम दे रही है, लोगो को जोड़ने का काम कर रही है। समाज में […]
खबर प्यार मे : पत्रकार का प्यार January 7, 2017January 7, 2017Admin1 0 क्या बात है मीडिया वाले हो गए हो! अब तुम्हारा प्यार TRP वाला तो नही हो जायेगा? तुम भी कैसी बात करती हो! देखो तुम […]
खबर प्यार मे : प्यार में इलेक्शन December 28, 2016December 28, 2016Abhay 0 क्यों न हम अपने प्यार में इलेक्शन जैसा कुछ करें ये कैसी अजीब बात है, तुम अब प्यार में इलेक्शन लड़ रहे हो ,तुम तो […]
खबर प्यार मे : प्यार के सांसद December 28, 2016December 28, 2016Abhay 0 क्या बात इलेक्शन जीत गये क्या? मैं तो बस सोच रहा हूँ की प्यार के सांसद कैसे होते होंगे तुम भी न क्या क्या सोचते […]
विद्यार्थी और राजनीति: क्या देश के भविष्य निर्माण के लिए छात्रों को राजनीति में रहना चाहिए ? December 26, 2016December 26, 2016Admin1 0 समय-समय पर जब भी विश्वविद्यालयों में चुनाव का समय आता है , तभी विद्वान व ज्ञानी लोग छात्रों की राजनीती में प्रासंगिकता पर प्रश्न चिह्न […]
तृप्ति देसाई के नाम, “कमज़ोर” छात्रा का एक खुला पत्र. April 29, 2016April 29, 2016admin6 0 तृप्ति जी आज कल हर जगह आपका नाम बहुत सुनने में आ रहा है- किसी ने बोला की यह औरत सबको बिगाड़ कर रख देगी […]
बाबा रामदेव का जेएनयू आना रद्द हुआ – कहीं व्यस्त थे बाबा या विरोध के स्वर उन तक पहुँच गए ? December 28, 2015admin6 0 दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्रों ने संस्थान द्वारा सह आयोजित किए जा रहे एक कार्यक्रम में योग गुरू रामदेव को प्रमुख वक्ता […]
धर्म या स्वार्थ? October 25, 2015October 25, 2015admin6 0 हाल ही में जिन घटनाओं से हम देशवासियों का साक्षात्कार हुआ, वह ना सिर्फ निन्दनीय है बल्कि प्रतिक्रिया मे अतिशीघ्र कड़े फैसले लेने योग्य भी […]