क्या बात इलेक्शन जीत गये क्या?
मैं तो बस सोच रहा हूँ की प्यार के सांसद कैसे होते होंगे
तुम भी न क्या क्या सोचते रहते हो
चलो अब सांसद बन ही गये जब इलेक्शन लड़े ,
अब तुम क्या करने वाले हो ,
मैं तो अब विकास करूँगा
अच्छा किसका ,
अरे अपने प्यार का और किसका ,
मुझे लगा जिस जिस ने इलेक्शन में फंड किया थे उनका करोगें ,
अरे मैं पॉलिटिकल पार्टी से नही लव पार्टी से हूँ ,
देखो प्यार में भाषणबाजी मत करना मैं कोई तुम्हारी जनता नही , करना हो तो कुछ क्रांतिकारी सा करना ,
फिर तो मैं अच्छे दिन लाऊँगा ,
बस शुरू हो गए तुम्हरे जुमले ,अच्छा बातो का क्या करने वाले हो जिनको वादा किये थे विकास का ,
अरे अब ये भी किसान की तरह एंटी विकास हो गई है ,
तो क्या करोगें इनका
अब सोच रहा हूँ कोई कमीशन बैठा देता हूँ ,
तुम तो और पार्टी की तरह निकले ,
नही नही मैं सीरियस हूँ बातो को लेकर ,
देखो समझ गई तुम नेता बन गये,अच्छा एक बात बताओ तुम अच्छे दिन लाने वाले हो वो कौन से दिन होंगे ,
ये तो तब आएंगे जब हमारी बातो की गरीबी दूर हो जायेगी , प्यार का GDP डबल डिजिट से ऊपर होगा ,
देख लो कही अच्छे दिन गले की हड्डी न बन जाये ,
तुम भी न हाहाहाहा
अच्छा तुम सबके साथ कैसे रहोगे आखिर अब नेता जो हो गए ,
मेरा रिश्ता GST जैसा होगा , देखो कही सालो साल अटका न रहे , हाहाहाहा
देखो तुम मेरे ही सांसद रहना जैसे राहुल अमेठी के हैं , अच्छा तुम मेरी रक्षा कैसे करोगे
जैसे गो रक्षक गाय की करते हैं ,
बाप रे बाप दिखावटी ,
अच्छा फिर कैसे करूँ जैसे सरकारे उद्योग की करती है ,
हाहाहाहा ठीक है