- 25 July,2016
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जीसी त्रिपाठी का प्रतीकात्मक पुतला जला रहे छात्रों पर विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों ने बरसाईं लाठियां। कई घायल। छात्र शांतनु की अंगुली टूटी।
इन मुद्दों को लेकर था पुतला दहन
1. लाइब्रेरी की मांग पर 9 छात्रो का निलंबन
2.फिजी से बलात्कार कर भागे डॉक्टर को सर सुंदर लाल का MS बनाया जाना ।
3.बलात्कार के आरोपी ढोंगी आशाराम की पत्रिका ऋषि प्रसाद को मालवीय मूल्यों का हनन कर छात्रो की सेंट्रल लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए उपलब्ध कराना।
4. राजीव गांधी साऊथ कैंपस से संविदा शिक्षको को निकाल देना।
5.बीएचयू में अपनी सेवा दे रहे संविदा कर्मचारियों को निकाल देना।
छात्रों का आरोप है की कुलपति छात्रो के प्रति तानाशाही दमनात्मक रवैया अपना रहे है। गौरतबल है की पिछले महीने 24×7 लाइब्रेरी की मांग पर 9 छात्रो का निलंबन कर दिया गया था तथा कैंपस के 55 संविदा शिक्षको समेत 300 कर्मचारियों को जो लंबे समय से ईमानदारी पूर्वक अपनी सेवा दे रहे थे निकाल दिया।
वही विश्वविद्यालय के सेंट्रल लाइब्रेरी में बलात्कार आरोपित और जेल में बंद आशाराम की पत्रिका ‘ऋषि प्रसाद’ छात्रो को पढ़ने के लिए उपलब्ध करायी जा रही है।
इन सब के विरोध में आवाज़ उठाने वालो के ऊपर BHU प्रशासन लाठी चार्ज कर रहा है।
(बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से अमरदीप सिंह)