दिल्ली सरकार के विरोध में गेस्ट टीचर्स ने छेड़ा आंदोलन। (कर रहे हैं सद्-बुद्दि यज्ञ, सरकार को लिखे पोस्टकार्ड) ( सरकार को दी पोल खोलने की चेतावनी )

दिल्ली के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत अतिथि अध्यापक दिल्ली सरकार द्वारा 9623 शिक्षक पदों के लिए जारी की गई भर्ती में गेस्ट टीचर्स के लिए बनाई गयी नीति पर पुनर्विचार हेतु आंदोलन प्रारम्भ किये हुए हैं जिसके अंतर्गत अतिथि शिक्षक दिल्ली के मुख्य मंत्री कार्या लय व आवास पर जाकर अतिथि शिक्षको के लिए बनाई गयी नीति में संशोधन करने का आग्रह किया गया हैं। शिक्षा मंत्री श्री मनीष सिसौदिया जी को अतिथि शिक्षको की समस्याओं के समाधान हेतु ज्ञापन दिया जा चुका हैं परन्तु अभी तक कोई सकारात्मक कार्यवाही होती दिख नहीं रही हैं जिससे 17000 से ज्यादा अतिथि अध्यापकों में असंतोष व्याप्त हैं तथा सरकार को अपना वादा याद दिलाने के लिए आंदोलन करने को विवश हुए हैं। गेस्ट टीचर्स की प्रतिनिधि डॉ रचना ने बताया है कि आंदोलन की इसी श्रृंखला में दिल्ली के अतिथि शिक्षक दिल्ली की सभी ’70’ विधानसभा क्षेत्र में जाकर स्थानीय विधायकों के माध्यम से दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी के नाम प्रेषित ज्ञापन सौपने का कार्यक्रम चला रहे हैं जिसमें बदरपुर क्षेत्र के अतिथि शिक्षक बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री नारायण दत्त शर्मा जी को ज्ञापन सौपने पहुँचे ।

ज्ञापन सौपते हुए अतिथि अध्यापक मदन मोहन ‘भास्कर’ ने बताया कि सरकार द्वारा जो शिक्षक भर्ती नीति बनाई गई हैं उससे अतिथि शिक्षकों को कोई लाभ नहीं हैं बल्कि इससे ज्यादातर अतिथि शिक्षक बाहर हो जायेंगे जो कोई वर्षों से अपनी सेवाएँ दे रहे हैं ।

इस प्रकार सरकार ने जो वादा अतिथि शिक्षकों से किया था उससे सरकार पीछे हटते हुए दिखाई दे रही हैं । दिल्ली के मुख्यमन्त्री श्री अरविन्द केजरीवाल जी ने ’49’ दिन की सरकार के दौरान अतिथि शिक्षकों को भरोसा दिया था कि अतिथि शिक्षकों को स्थाई करने के लिए फाइल तैयार कर दी हैं परन्तु अभी तक अतिथि शिक्षकों को स्थाई करने की कोई नीति नहीं बनाई हैं । अतिथि शिक्षकों ने स्थानीय विधायक श्री नारायण दत्त शर्मा जी को अतिथि शिक्षकों के लिए बनाई नीति पर पुनर्विचार करने हेतु मुख्यमंत्री जी तक हमारी समस्याओं को पहुँचाने का आग्रह किया हैं ।

अतिथि शिक्षक गणेश अग्रवाल ने बताया की सरकार को इस प्रकार की नीति बनानी चाहिए जैसी विहार राज्य में बनाई गई हैं जहाँ अनुबंधित शिक्षकों को 58 साल तक नौकरी पर लगाया गया हैं । इसी प्रकार उत्तरप्रदेश राज्य में भी शिक्षामित्रों को स्थाई किया गया हैं । हरियाणा में भी अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की नीति बनाई गयी हैं वही राजस्थान में अनुबंधित शिक्षकों को स्थाई करने हेतु नीति बनाई हैं ।

दिल्ली सरकार को भी अतिथि शिक्षकों से किया गया वादा पूरा करते हुए सभी अतिथि शिक्षकों को नियमित कर स्थाई किया जायें । ज्ञापन सौपने वालों में गणेश अग्रवाल, मदन मोहन ‘भास्कर’ , संदीप झा, सौरभ तिवारी, ओमप्रकाश गौतम, राजीव कुमार, रामशंकर , अवधेश कुमार, कृष्ण कुमार, गजराज सिंह , मानपाल सिंह, जयदीप यादव, रूप सिंह ,विकास शर्मा, सगीर आलम , रिशांत सुमन , धीरज एवं अजय कुमार खोरवाल आदि अतिथि शिक्षक थे

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