प्यारी छोटी बहन
तुमको मैं बहन इसलिए बोल रही हूँ क्यूंकि तुम्हारी उम्र से गुज़र चुकी हूँ और बिहार बोर्ड की परीक्षा भी कुछ साल पहले पास कर चुकी हूँ। घर की आर्थिक स्तिथि एकाएक खराब हो गई थी और दसवीं के बाद मुझे CBSE बोर्ड छोड़ कर बिहार बोर्ड से परीक्षा देनी पड़ी। कड़ी मेहनत की और परिणाम भी काफी ठीक आया जिस से दिल्ली में दाखिला मिल गया।थोड़ी गुस्सा भी थी क्यूंकि जिन लोगों को अंग्रेजी का एक शब्द भी ढंग से नहीं आता था उनके अंक मुझसे ज्यादा थे। खैर तब तो मैंने इस बात को ज्यादा तवज्जों नहीं दी पर अब पता चला की मेरा शक सही था और भ्रष्टाचार और बिहार को कोई अलग नहीं कर सकता।
तुम्हारे अरेस्ट होने की खबर पढ़ी और पता चला की एक्सपर्ट टीम के सवालों पर तुम खरी नहीं उतर सकी जिस कारण तुम्हारा रिजल्ट रद्द कर दिया गया। मेरा मानना है की इसमें तुम्हारी तो गलती है ही साथ ही साथ तुम्हारे माँ बाप की गलती ज़्यादा है। मैं ये अच्छी तरह से जानती हूँ की बिना किसी अभिभावक की सहयता के एक औलाद ऐसे कदम नहीं उठा सकती. इसमें तो कोई शक नहीं है की तुम टॉपर बनने के लायक हो ही नहीं, तुम तो शायद पास होने के लायक भी नहीं हो। चलिए एक बार के लिए मान भी लेते हैं की मीडिया में तुम्हारा हउआ बन रखा है और देश के अधिकाँश छात्रों को उससे ज्यादा अंक प्राप्त होते हैं जिनके वो लायक भी नहीं, कभी टीचर अपना रिजल्ट अच्छा करने के लिए विद्यार्थियों को कैसे न कैसे नंबर देने का जुगाड़ करता है या करवाता है तो कभी खुद स्कूल का प्रिंसिपल सेंटर ऐसी जगह लगवाता है जहाँ बच्चे टीप सकें। पर तुम्हारा तो मसला ही अलग है टॉपर हो और POLITICAL SCIENCE बोल तक नहीं पा रही ? चलो अंग्रेजी छोड़ो हिंदी में ही “राजनीति विज्ञान” बोल देती। मात्र एक POLITICAL SCIENCE शब्द ने पॉलिटिक्स का ऐसा पर्दा फाश कर दिया की शायद अब शिक्षा में घोटाला करने वाले लोग एक बार के लिए सोचें।
मैं दिल से चाहती हूँ की तुम्हारे साथ सख्त कार्यवाही की जाए पर साथ ही साथ तुम्हारी बाली उम्र को ध्यान में रखा जाए और यह भी ध्यान में रखा जाए की इस सब में तुमसे कई ज्यादा हाथ तुम्हारे माँ बाप का है शायद उन्होंने ही एप्रोच लगवाई हो या पैसे वैसे दिए हों जो की लालकेश्वर जी ने कबूला है की टॉपर बनाने के लिए बीस लाख की वसूली की जाती थी। मैं यह भी चाहती हूँ की भगवान तुम्हें थोड़ी अच्छी बुद्धि दे और तुम में सच का साथ देने की हिम्मत भरे, तुम अगर अब भी कह देती हो की तुमने पढ़ाई नहीं करी थी और फिर से एक साल मेहनत करके परीक्षा अपने बल पर पास करके दिखना चाहती हो तो भी हम बिहार वासियों को गर्व होगा। अगर तुम टॉपर हो और तुम में हिम्मत नहीं है तो समझ लो तुम टोपर नहीं हो पर अगर तुम फ़ैल भी होते हो और सच का साथ देने की हिम्मत रखते हो तो तो तुम ही असली सिकन्दर हो। यह तो कानून ही तेह करेगा की रिजल्ट घोटाले का जिम्मेवार कौन है वीआर कालेज का प्रिंसिपल बच्चा राय जिसे बिहार का सबसे बड़ा गुंडा माना जाता है, बिहार बोर्ड के पूर्व चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद जो की बीस बीस लाख की वसूली करते हैं, तुम्हारे अभिभावक जो तुम्हें सही गलत का फर्क बताने की बजाये तुम को गैर कानूनी काम करने पर मज़बूर करते हैं या तुम खुद।
कोई जादू हो जाए और तुम अच्छी, सच्ची व कर्मठ युवती बन कर डॉ राधाकृष्णन की इस धरती बिहार का नाम रौशन करो।
जय हिन्द
(अपना नाम तो लिखना चाहती हूँ, पर बिहार में चल रही बाबू लोगों की पोलिटिकल साइंस से डर लगता है)
भोजपुरी में धन्वाद ?