नई दिल्ली:दिल्ली पिछ्ले कई वर्षो से अपराधीओ से जूझती हुई चली आरही है पर अपराध कम होने का नाम नही ले रहा है.दिल्ली की कमान सम्भालने वालो की तादाद कम नही है.इस बार2013 मे दिल्ली के विधान सभा चुनावो मे नवनिर्वाचत जीत हासिल करने वाले 36 प्रतिशत विधायक अपराधी है.जो पिछली 2008 विधान सभा मे 43 प्रतिशत थे. यानी के 70 सीटो पर 25 विधायको पर अपराधिक मामले घोषित हो चुके है. भाजपा को मिली 31 सीटे जिनमे से 17 सीटो पर विजयी प्राप्त करने वाले अपराधी मामलो मे घोषित हो चुके है,भाजपा के 55 प्रतिशत विधायक अपराध मामले मे रह चुके है. आम आदमी पार्टी को मिली 28 सीटे जिनमे से 3 सीटो पर विजयी लेने वाले अपराधी रह चुके है.आप पार्टी के 11 प्रतिशत विधायक अपराध मामले है. कांग्रेस को मिली 8 सीटे जिनमे 2 सीटो पर विजयी प्राप्त करने वाले विधायक अपराधी रह चुके है.कांग्रेस के 25 प्रतिशत अपराधी विधायक मामलो मे रह चुके है.इस बार जीत हासिल करने वाले 20 विधायक ऐसे है जिनके ऊपर गम्भीर अपराधिक मामले घोषित किये है.जैसे हत्या का प्रयास ,डकैती,और महिलाओ के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धित मामले है.