9 फरवरी की शाम अफज़ल गुरू की याद में हुए प्रोग्राम के बाद प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय जहाँ नेताओं के लिए राजनीति का अखाड़ा बन गया है, आरोप प्रत्यारोप की राजनीति हो गयी है राजनितिक दल इस मुद्दे को भुनाने में लगे हैं वहीँ मीडिया के लिए टी.आर. पी. का जरिया मिल गया है। गौरतबल है कि जेएनयूएसयू के मौजूदा अध्यक्ष कन्हैया कुमार को देशद्रोह के मामले ने तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय को राष्ट्रविरोधी कहा जा रहा है।
‘द कंस्प्रेसी’ नाम से जारी सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रही जिसमें यह बताया जा रहा है कि जेएनयू में ‘पाकिस्तान ज़िन्दाबाद’ के नारे लगाने वाले कोई और नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी की छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता हैं।